UKSSSC Exam Pattern (Scheme)


1. सामान्य हिन्दी – 20 अंक

2. सामान्य ज्ञान व सामान्य अध्ययन (सामान्य बुद्धि परीक्षण और मानसिक योग्यता, इतिहास, भूगोल, राजनितिक विज्ञान, अर्थशास्त्र, राज्य, राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय महत्व की समसामयिक घटनाएं) – 40 अंक

3. उत्तराखण्ड से संबंधित विविध जानकारियां – 40 अंक

कुल प्रश्न – 100 बहुविकल्पीय प्रश्न (100 अंक)

Generally the Group C exam question paper is of 2 hours duration (except some specific posts), and negative marking of 1/4 mark for every wrong answer is applied in the exam.

सामान्य हिन्दी पाठ्यक्रम (General Hindi Syllabus)


भाषा एवं हिन्दी भाषा – भाषा, भाषा के प्रकार, हिन्दी भाषा का विकास, कार्यालयी भाषा, हिन्दी की बोलियां, उत्तराखण्ड प्रदेश की प्रमुख बोलियां (कुमांउनी, गढ़वाली, जौनसारी) |

लिपि एवं वर्णमाला – देवनागरी लिपि का विकास, देवनागरी लिपि के गुण- दोष, देवनागरी लिपि में लिखी जाने वाली भारतीय भाषाएं ।

स्वर एवं व्यंजन |

हिन्दी वर्तनी (स्पैलिंग) – विश्लेषण, शुद्ध-अशुद्ध, विराम-चिन्ह, हिन्दी अंक |

शब्द संरचना – वर्ण, अक्षर, प्रत्यय, उपसर्ग, संज्ञा, सर्वनाम, क्रिया, पद, लिंग, वचन, पुरुष, विशेषण, अलंकार, क्रिया-विशेषण, कारक ।

शब्द-भंडार – तत्सम, तद्भव, देशज, आगत (भारतीय एवं विदेशी भाषाओं से हिन्दी में आए प्रचलित शब्द), एकार्थी, अनेकार्थी, विपरार्थी (विलोम), समानार्थी, पर्यायवाची ।

संधि – स्वर संधि, दीर्घ संधि, गुण संधि, वृद्धि संधि, यण संधि ।

वाक्य परिचय – वाक्य का आशय एवं परिभाषा, वाक्य के प्रकार, वाक्य-शुद्धि, लोकोक्ति, मुहावरे (परिचय एवं वाक्य प्रयोग) ।

पत्र लेखन – टिप्पण, प्रारूपण, विज्ञप्ति, सरकारी एवं अर्द्धसरकारी पत्र ।

जनसंचार एवं हिंदी कम्प्यूटिंग – संचार (मीडिया) के विभिन्न माध्यम, समाचारपत्र-पत्रिकाएं, रेडियो-टीवी (दूरदर्शन), हिंदी सोशल मीडिया, हिन्दी कम्प्यूटिंग, फॉन्ट, टाइपिंग, पेज-लेआउट ।

हिन्दी साहित्य का सामान्य परिचय
(उत्तराखंड राज्य एवं एनसीईआरटी की 10th एवं 12th कक्षाओं के पाठयक्रम के अनुसार ।)
पद्य – कबीर, सूर, तुलसी, मीरा, रसखान, जयशंकर प्रसाद, निराला, सुमित्रानंदन पंत, माखनलाल चतुर्वेदी, मुक्तिबोध, मंगलेश डबराल, राजेश जोशी ।

गद्य – राहुल सांकृत्यायन, हजारी प्रसाद द्विवेदी, प्रेमचंद, महादेवी वर्मा, शिवानी, पीताम्बर दत्त बड़थ्वाल, हरिशंकर परसाई, शैलेश मटियानी, मनोहरश्याम जोशी, मन्नू भंडारी, शेखर जोशी ।

सामान्य बुद्धि परीक्षण और मानसिक योग्यता (Reasoning)


इस भाग में पूछे जाने वाले प्रश्नों का उददेश्य विभिन्न नवीन परिस्थितियों को समझने, उसके विभिन्न तत्वों का विश्लेषण कर पहचान करने, तर्क करने की योग्यता तथा दीर्घकालिक स्मृति का मापन करना है। इस भाग में ऐसे प्रश्न भी पूछे जायेंगे जो बौद्धिक क्रियाओं, सामाजिक बुद्धि, गणितीय योग्यता, शाब्दिक एवं अशाब्दिक तार्किक शक्ति, मूर्त एवं अमूर्त तार्किक शक्ति, गुणात्मक एवं मात्रात्मक तार्किक । शक्ति, आरेखण, अनुदेशों को समझने तथा समानताओं व असंगतताओं का पता लगाने से सम्बन्धित हैं। जिसकी विषय वस्तु निम्नलिखित है ।

अशाब्दिक मानसिक योग्यता परीक्षण – दर्पण एवं जल प्रतिबिम्ब, श्रृंखला, सादृश्यता, वर्गीकरण, कागज मोड़ना, कागज काटना, आकृति निर्माण, आकृतियों की गिनती, सन्निहित आकृतियां, आकृतियों की पूर्ति, आकृति आव्यूह, समरूप आकृतियों का समूहीकरण ।

शाब्दिक मानसिक योग्यता परीक्षण – वर्णमाला परीक्षण, कूटलेखन/ कूटवाचन परीक्षण, भिन्नता की पहचान, सादृश्यता, श्रृंखला परीक्षण, क्रम व्यवस्था परीक्षण, दिशा ज्ञान परीक्षण, अंक एवं समय क्रम परीक्षण, निगमनात्मक परीक्षण, रक्त सम्बन्ध परीक्षण, गणितीय चिन्हों को कृतिम स्वरूप प्रदान करना, धारणा परीक्षण, कथन एवं तर्क, वर्गीकरण, आलेख वेन डायग्राम, गणितीय संक्रियाएं, आहव्यूह (मैट्रिक्स), बैठक परीक्षण, आंकड़ों की पर्याप्तता, इनपुट आउटपुट पासवर्ड (कम्प्यूटर से सम्बन्धित), संख्या एवं अवधि निर्धारण, कैलेण्डर, कथन, निष्कर्ष एवं निर्णयन, न्याय निगमन, पहेली परीक्षण, समस्या समाधान, सामाजिक बुद्धि (नैतिक आचार-विचार), शब्द निर्माण, लिपिकीय अभिक्षमता ।

इतिहास पाठ्यक्रम (History Syllabus)


1. प्राचीन भारतीय इतिहास
सिंधु घाटी सभ्यता – नामकरण; सामाजिक व आर्थिक स्थिति; नगर योजना व भवन निर्माण ।

वैदिक सभ्यता – पूर्व वैदिक काल; सामाजिक, आर्थिक व धार्मिक स्थिति; राजनीति, साहित्य व धर्म ।

उत्तर वैदिक काल – सामाजिक, आर्थिक, धार्मिक व राजनीतिक जीवन; साहित्य व धर्म ।

महाकाव्य काल – रामायण व महाभारत कालीन समाज व राजनीति ।

जैन व बौद्ध धर्म – स्थापना, शिक्षाएँ व विस्तार ।

मौर्यकाल – मौर्यवंश की स्थापना; चन्द्रगुप्त मोर्य, अशोक व उसका धम्म; मौर्यकालीन प्रशासन, समाज व कला ।

उतर मौर्य काल – पारसी, यूनानी, शक व कुषाण संपर्क तथा उसके सांस्कृतिक प्रभाव; शुंग व आंध्र सातवाहन वंश ।

गुप्त साम्राज्य – गुप्तकालीन शासक;प्रशासन, समाज, कला, साहित्य, विज्ञान व संस्कृति ।

उत्तर गुप्त काल – हर्षवर्धन; राजपूत शासक; चोल व पल्लव साम्राज्य; 600-1200 के मध्य भारतीय सामाजिक, आर्थिक एवं सांस्कृतिक विकास एवं अन्य पहलू ।

अरब व तुर्की आक्रमण – इस्लाम की स्थापना; मुहम्मद बिन कासिम, मुहम्मद गजनवी व गौरी के आक्रमण ।

2. मध्यकालीन भारतीय इतिहास
दिल्ली सल्तनत – गुलाम, खिलजी, तुगलक, सैयद व लोदी वंश, प्रशासन, समाज, साहित्य, कला व स्थापत्य, आर्थिक नीति, साम्राज्य विस्तार व अन्य नीतियाँ ।

भक्त्ति आन्दोलन व सूफी आन्दोलन – मुख्य संत व उनके प्रभाव ।

बहमनी व विजयनगर राज्य – मुख्य शासक व उनकी उप्लब्धियाँ, साहित्य, कला व संस्कृति पर प्रभाव ।

मुगल काल – मुगल शासक व शेरशाह सूरी, मुगल प्रशासन व नीतियाँ- मनसबदारी व्यवस्था, धार्मिक व राजपूत नीति, कला, साहित्य व स्थापत्य, शेरशाह सूरी का प्रशासन ।

मराठा व सिख – मराठा राज्य व इनके मुगलों से सम्बन्ध; सिख गुरु व इनके मुगलों के साथ सम्बन्ध ।

3. आधुनिक काल
यूरोपियों का भारत में आगमन – पुर्तगाली, डच व फ्रांसीसी व्यापारियों का आगमन ।

ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कम्पनी (1757-1858) – भारत में साम्राज्य विस्तार; आर्थिक नीति व उसके प्रभाव; प्रशासनिक नीतियाँ; गवर्नर जनरल; चार्टर एक्ट व अन्य एक्ट; सामाजिक सुधार।

ब्रिटिश शासन (1858-1947) – 1857 का विद्रोह- कारण, मुख्य घटनाएँ व प्रभाव, वायसराय व उनकी नीतियाँ, भारतीय सामाज में सामाजिक व धार्मिक सुधार आंदोलन ।

भारत में राष्ट्र्वाद का विकास – भारतीय राष्ट्रवाद के विकास के कारण, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना; उदारवादी व अतिवादी दल, लार्ड कर्जन व उसकी नीतियां, बंगाल का विभाजन, स्वदेशी आंदोलन, मुस्लिम लीग की स्थापना, सूरत अधिवेशन एवं कांग्रेस का विभाजन (1907), मार्ले मिन्टो सुधार (1909) ।

प्रथम विश्वयुद्ध और राष्ट्रीय आंदोलन – होमरूल आन्दोलन, लखनऊ समझौता (1916), 1917 की अगस्त घोषणा; गाँधी युग, भारत एवं विदेश में क्रांतिकारी आंदोलन, भारत सरकार अधिनियम (1919), रॉलेट अधिनियम (1919), जलियाँवालाबाग नरसंहार (13 अप्रैल 1919), खिलाफत आंदोलन, असहयोग आन्दोलन, चौराचौरी की घटना, स्वराज पार्टी, साइमन कमीशन, नेहरू रिपोर्ट, जिन्ना के14 सूत्र, कांग्रेस का लाहौर अधिवेशन, सविनय अवज्ञा आंदोलन, प्रथम गोलमेज सम्मेलन, गाँधी इरविन समझौता, द्वितीय व तृतीय गोलमेज सम्मेलन, कम्युनल अवार्ड व पूना समझौता ।

भारत सरकार अधिनियम (1935) – पाकिस्तान की मांग, क्रिप्स मिशन, भारत छोड़ो आन्दोलन, कैबिनेट मिशन, आजाद हिन्द फौज, अन्तरिम सरकार, माउन्टबेटेन योजना, भारतीय स्वतंत्रता अधिनियम (1947), भारत का विभाजन, आजादी के बाद के भारत की मुख्य घटनाएँ ।

विश्व का इतिहास – यूरोप में पुनर्जागरण व उससे सम्बन्धित मुख्य साहित्यकारों, कलाकारों व वैज्ञानिकों का योगदान ।

ब्रिटेन के राजवंश – हेनरी अष्टम, एलिजाबेथ, जेम्स द्वितीय तथा विक्टोरिया के समय की मुख्य घटनाएँ ।

फ्रांसीसी क्रान्ति, अमरीका का स्वतंत्रता संग्राम, रूसी क्रान्ति, प्रथम व द्वितीय विश्व युद्धों के मुख्य कारण ।

भूगोल पाठ्यक्रम (Geography Syllabus)


भारत एवं विश्व भूगोल
विश्व का भूगोल – विविध शाखाएं, सौर मण्डल की उत्पत्ति, अक्षांश-देशान्तर, समय, पृथ्वी की गतियाँ, परिभ्रमण, ग्रहण, महाद्वीपों एवं महासागरों की उत्पति, उच्चावच्च, पर्वत, पठार, मैदान, झील, चट्टान, प्रवाह तन्त्र, जलमण्डल: समुद्री लवणता, समुद्री धाराएं, ज्वार भाटा, वायुमण्डल: वायुमण्डल की परतें, संरचना, तापमान, हवाएं, चक्रवात, आर्द्रता, कृषि, पशुपालन, उर्जा एवं खनिज संसाधन, उद्योग, जनसंख्या, प्रवास, प्रजातियां एवं जनजातियां, परिवहन, वैश्विक तापन, व्यापार (क्षेत्रीय आर्थिक समूह) अन्तर्राष्ट्रीय सीमा रेखाएं।

भारत का भूगोल – भौगोलिक परिचय, उच्चावच्च एवं संरचना, जलवायु, प्रवाह प्रणाली, प्राकृतिक वनस्पति, पशुपालन, मिट्टी, एवं जल संसाधन, सिंचाई, बहुउद्देशीय नदी घाटी परियोजना, कृषि : फसलें, खनिज, ऊर्जा संसाधन, जनसंख्या एवं नगरीकरण, जनजाति, प्रवास, परिवहन, संचार, विदेश व्यापार, अधिवास, जनजाति, पर्यावरणीय संकट : हवा, पानी, मृदा प्रदूषण, जलवायु परिवर्तन : कारण एवं प्रभाव।

राजनीति विज्ञान पाठ्यक्रम (Political Science Syllabus)


1. राष्ट्रीय आन्दोलन
राष्ट्रीय जागृति के उदय के कारण – भारत में धार्मिक एवं सामाजिक पुनरुत्थान (राजा राममोहन राय एवं ब्रह्मसमाज, महर्षि दयानन्द सरस्वती एवं आर्य समाज, स्वामी विवेकानन्द एवं राम कृष्ण मिशन), भारत में अंग्रेजी शिक्षा का प्रारम्भ, सन् 1857 का भारतीय स्वतंत्रता संग्राम, भारत में छापेखाने का प्रारम्भ, भारत का आर्थिक शोषण, भारतीय राष्ट्रीय महासभा की स्थापना 1885, बंगाल का विभाजन 1905, स्वातन्त्र्य वीर विनायक दामोदर सावरकर की ‘अभिनव-भारत’ संस्था ।

असहयोग आन्दोलन – प्रथम विश्वयुद्ध का भारत की राजनीति पर प्रभाव, एम0 के0 गाँधी का भारत आगमन, रौलेट अधिनियम, जलियाँवाला बाग नरसंहार (13 अप्रैल 1919), असहयोग आन्दोलन (सकारात्मक पहलू और नकारात्मक पहलू), असहयोग आन्दोलन की असफलता के कारण ।

सविनय अवज्ञा आन्दोलन – साइमन कमीशन, नमक सत्याग्रह- दाँडी कूच, नेहरू रिपोर्ट, पूर्ण स्वराज्य प्रस्ताव ।

भारत छोड़ो आन्दोलन – द्वितीय विश्व युद्ध का भारत की राजनीति पर प्रभाव, सुभाष चन्द्र बोस और आज़ाद हिन्द फौज, अगस्त क्रांति 1942, भारत छोड़ो आन्दोलन की असफलता के कारण ।

भारत का विभाजन – मुस्लिम लीग और उसकी माँगे, केबिनेट मिशन योजना, माउण्टबेर्टन योजना, भारत विभाजन के कारण ।

2. गाँधीवाद (Gandhism)
गाँधी जी के राजनीतिक विचार – अहिंसा, सत्य, सत्याग्रह, राजनीति का आध्यात्मीकरण, राम-राज्य का विचार ।

गाँधी जी के सामाजिक विचार – सर्वोदय की अवधारणा, अछूतोद्धार एवं अस्पृश्यता निवारण, ‘हरिजन’ की अवधारणा ।

गाँधी जी के आर्थिक विचार – अर्थव्यवस्था का नैतिक आधार, संरक्षता का सिद्धान्त, स्वावलम्बन, कुटीर उद्योग आधारित अर्थव्यवस्था, विकेन्द्रित अर्थव्यवस्था ।

3. भारतीय राजव्यवस्था (Indian Polity)
भारतीय संविधान की विशेषताएँ – लोकतान्त्रिक व्यवस्था, गणतान्त्रिक व्यवस्था, ‘सर्व-धर्म समभाव’ की अवधारणा, सहयोगी संघवाद, मौलिक अधिकारों का समावेश

मौलिक अधिकारों की अवधारणा – समानता-स्वतंत्रता-धार्मिक स्वतंत्रता, शोषण के विरुद्ध मूल अधिकार-संवैधानिक उपचारों की व्यवस्था व उसका महत्त्व।

मौलिक कर्तव्य – नागरिकों के मौलिक कर्तव्यों का महत्त्व, समाजिक सहकार व वैज्ञानिक सोच का विकास, पर्यावरण-संरक्षण, नारी की गरिमा का सम्मान, बचपन का संरक्षण, राष्ट्रीय एकता व अखंडता ।

नीति निदेशक तत्व (आधारभूत अवधारणाएँ) – उदारवादी, गाँधीवादी, समाजवादी तथा अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व की अवधारणा ।


भारतीय संसद – राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, राज्यसभा, लोकसभा, विधि-निर्माण प्रक्रिया, अध्यादेश, आपातकालीन स्थिति में संसदीय व्यवस्था पर प्रभाव, प्रधानमंत्री, मन्त्रिपरिषद-अधिकार व शक्तियाँ, प्रधानमंत्री व मन्त्रिपरिषद् पर संसदीय नियन्त्रण ।

भारत की सर्वोच्च न्यायालय – गठन, कार्यप्रणाली, शक्तियाँ, न्यायापालिका की स्वतंत्रतता, महाभियोग की प्रक्रिया, न्यायिक पुनरावलोकन ।

नागरिकता – भारत की नागरिकता प्राप्त करने की दशाएँ, नागरिकता का लोप होने की दशाएँ

राष्ट्रीय एवं क्षेत्रीय दल – राष्ट्रीय दल का स्तर प्राप्त होने की दशाएँ, क्षेत्रीय दल की विशेषताएँ, क्षेत्रीय दल का महत्त्व एवं भूमिका, भारतीय संविधान में अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति एवं अन्य पिछड़ा वर्ग सम्बन्धी प्रावधान, आरक्षण की समस्या, आरक्षण की उपयोगिता, आरक्षण के प्रावधानों की कमियाँ ।

पंचायती राज (स्थानीय स्वशासन) – शहरी स्थानीय स्वशासन (नगर-निगम, नगरपालिका) ।

ग्रामीण स्थानीय स्वशासन – त्रिस्तरीय ग्रामीण स्वशासन की संरचना, कार्यप्रणाली एवं लोकतांत्रिक विकेन्द्रीकरण ।
उत्तराखण्ड का पंचायतराज अधिनियम ।
सूचना का अधिकार अधिनियम (2005) ।

4. अन्तर्राष्ट्रीय संगठन
संयुक्त राष्ट्र संघ (यू0एन0ओ0) – संयुक्त राष्ट्र संघ की स्थापना, संयुक्त राष्ट्र संघ के उद्देश्य, महासभा, सुरक्षा परिषद, अन्तर्राष्ट्रीय न्यायालय, संयुक्त राष्ट्र संघ की शक्तियाँ, विश्व शान्ति स्थापित करने में संयुक्त राष्ट्र संघ की भूमिका ।

पर्यावरण – वैविक-तापन की समस्या, निदान एवं समाधान हेतु प्रयास, प्रदूषण की समस्या, निदान एवं समाधान हेतु प्रयास

मानवाधिकार – मानवाधिकारों की सार्वजनिक घोषणा, मानवाधिकारों के उल्लंघन को रोकने हेतु संयुक्त राष्ट्र संघ के प्रयास

शस्त्रों की होड़ – शस्त्रों की होड़ को नियन्त्रित करने हेतु यू0एन0ओ0 के प्रयास

भूमण्डलीकरण – भूमण्डलीकरण की आवश्यकता, गुण एवं अवगुण

दक्षिण-एशिया – दक्षिण एशिया की समस्याएँ

सार्क (SAARC) – संगठन, उद्देश्य, उपलब्धियाँ एवं समस्याएँ ।

अर्थशास्त्र पाठ्यक्रम (Economics Syllabus)


भारतीय अर्थव्यवस्था – भारतीय अर्थव्यवस्था की विशेषतायें, जनांकिकीय प्रवृत्तियाँ, भारतीय कृषि की विशेषतायें- उत्पादन एवं विपणन, कृषि सुधार, खाद्य सुरक्षा, औद्योगिक विकास एवं समस्यायें, लघु उद्योग, सूक्ष्म-लघु एवं मध्यम उद्योग-विकास व समस्यायें, नीति, नीति आयोग, मुद्रा एवं वित्त, नई आर्थिक नीति, गरीबी निवारण एवं रोजगार सृजन कार्यक्रम, सामाजिक सुरक्षा योजनायें, भारतीय संघीय व्यवस्था एवं कर प्रणाली, भारत का विदेशी व्यापार–प्रवृत्ति एवं दिशा, भुगतान संतुलन, विदेशी व्यापार नीति, विश्व व्यापार संगठन ।

राज्य, राष्ट्रीय और अन्तर्राष्ट्रीय महत्त्व की समसामयिक घटनायें


विश्व के देश, महाद्वीपीय प्रमुख अंतरिक्ष घटनाक्रम, विश्व के धर्म, विश्व के आश्चर्य, भारतीय राज्य, भारत/ विश्व की प्रमुख पुस्तकें एवं लेखक, प्रमुख वैज्ञानिक खोजें, प्रसिद्ध वैज्ञानिक, प्रमुख पुरस्कार, भारतीय रक्षा व्यवस्था, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, वैज्ञानिक तथा तकनीकी विकास, कम्प्यूटर साक्षरता, सामान्य विज्ञान एवं तकनीकी ज्ञान, शिक्षा, राष्ट्रीय प्रतीक, प्रसिद्ध धार्मिक स्थल, प्रमुख चोटियां, प्रमुख दर्रे, प्रमुख सागर-महासागर, विश्व के प्रमुख मानव अधिकार एवं कल्याण संगठन, भारत की प्रमुख भाषायें, विश्व धरोहर स्थल, प्रमुख समाचार पत्र, महत्त्वपूर्ण तिथियां, खेल परिदृश्य, प्रमुख खेल एवं सम्बन्धित शब्दावली, सम्मेलन/ प्रदर्शनी/ कान्फ्रेंस, प्रमुख रिर्पोट और राजनीतिक घटनाक्रम ।

उत्तराखण्ड से संबंधित विविध जानकारियां पाठ्यक्रम (Uttarakhand GK Syllabus)


उत्तराखण्ड का भौगोलिक परिचय – स्थिति एवं विस्तार, पर्वत, चोटियां, हिमनद, नदियाँ, झीले, प्राकृतिक संसाधन, वन संसाधन, मृदा संसाधन, जनसंख्या ।

उत्तराखण्ड का इतिहास – ब्रिटिश काल से पूर्व एवं स्वतन्त्रता के उपरान्त प्रमुख राजवंश यथा- कत्यूरी शासन काल, चन्द्र शासन, गोरखा, पंवार एवं ब्रिटिश शासन इत्यादि, स्वतन्त्रता संग्राम में उत्तराखण्ड की भूमिका, प्रमुख स्वतन्त्रता सेनानी एवं विभूतियां, उत्तराखण्ड के विविध आन्दोलन तथा कुली बेगार, गाड़ी सड़क, डोला पालकी, स्वतन्त्रता के उपरान्त के आन्दोलन चिपको, नशा नहीं रोजगार दो एवं उत्तराखण्ड राज्य आन्दोलन के विविध पक्ष, पृथक उत्तराखण्ड राज्य आन्दोलन एवं अद्यतन राजनैतिक घटनाक्रम ।

उत्तराखण्ड जल स्त्रोत, मुख्य नदियां, परम्परागत जल स्त्रोत यथा नौला, धारा, पोखर, चाल-खाल, गाड़-गधेरा; सिंचाई के परम्परागत साधन यथा गूल, नहर, नलकूप, हैण्डपम्प एवं विविध सिंचाई योजनायें, नदी घाटी परियोजनाएं; उत्तराखण्ड में वर्षा आधारित कृषि की वर्तमान समस्यायें ।

उत्तराखण्ड की अर्थव्यवस्था – कृषि, प्रमुख फसलें, व्यावसायिक कृषि एवं कृषिगत समस्यायें, उद्यान, पुष्प, सब्जी, पशुपालन, मछली पालन इत्यादि, लघु व कुटीर उद्योगों की वर्तमान दशा तथा ऊन, काष्ट, लौह, ताम्र उद्योग इत्यादि, उत्तराखण्ड में विभिन्न उद्योग एवं सेवा क्षेत्र की वर्तमान दशायें, रोजगार की प्रवृत्तियां, पलायन का संकट ।

उत्तराखण्ड का सांस्कृतिक पक्ष – परंपरा, रहन-सहन, भाषा-बोली, लोक गीत, लोक नृत्य, लोक शिल्प, लोक कला, लोक संगीत ।
उत्तराखण्ड की सामाजिक व्यवस्था एवं जनांकिकी, उत्तराखण्ड में जमींदारी उन्मूलन एवं भूमि बन्दोबस्त, लगान एवं रैतवाड़ी, राजस्व पुलिस व्यवस्था ।

उत्तराखण्ड में शिक्षा – सामान्य शिक्षा, तकनीकी शिक्षा, स्वास्थ्य, शिक्षा की दशाएँ एवं तत्सबंधित समस्यायें ।

उत्तराखण्ड में पर्यटन – धार्मिक एवं सांस्कृतिक यात्राएँ तथा चार धाम यात्रा, नन्दा राजजात, आध्यात्मिक यात्राएँ इत्यादि, प्रमुख धार्मिक एवं दर्शनीय स्थल, साहसिक पर्यटन यथा पर्वतारोहण, राफ्टिंग, ट्रेकिगं इत्यादि, रेल, वायु तथा सड़क परिवहन एवं तत्सबंधित समस्यायें ।

उत्तराखण्ड में पर्यावरण एवं पारिस्थितिकी की दशायें, जल एवं वायु प्रदूषण, बादल फटना, निर्वनीकरण, वनाग्नि, बाढ़, सूखा तथा अन्य प्राकृतिक आपदायें एवं पारिस्थितिकीय दशाएं ।

राज्य की सामान्य प्रशासनिक व्यवस्था व महत्वपूर्ण योजनायें/ पहलें, राज्य द्वारा जारी सांख्यिकीय आकड़े तथा उससे संबंधित विषय, उत्तराखंड में जैव विविधता, अन्य विविध विषय ।